दर्द की उंगली थामे
जब तुम उतर रहे होगे
निराशा की सीढियां..
दो अदृश्य हाथ
तुम पर कस रहे होंगे
अपनी स्नेह डोर की गाँठ
कि जब भी थोड़ा ठिठको
तो खींच सके पूरे ज़ोर से
तुम्हें बाहर रोशनी की ओर ....
एक छींक भी तुम्हें
ये एहसास कराने को काफ़ी होगी
कि कोई होगा जो ऐन उसी वक्त
दुआ में कह रहा होगा
गॉड ब्लेस्स यू..
आँख से टपके एक आंसू को
गाल से हटाते समय
तुम पहुंचा ही दोगे खारापन
उन होठों तक
जिन्होंने तुम्हारे आंसुओं को चूमकर
दर्द पर फ़ाहे रख दिए थे कभी ..
अनायास ही तुम्हारा हाथ
पहुँच जाएगा बैग की बाहरी जेब तक
रेशमी चॉकलेट का रैपर खोलते
महसूस लोगे देने वाले का रेशमी स्पर्श भी
कड़वी मीठी ज़िन्दगी सी चॉकलेट
जैसे ही घुलेगी ज़ुबान पर
पोर पोर को स्नेह से सहलाता
फैल जाएगा उसका असर
निकाल ही लेगा तुम्हें
भंवर से ....
और विज्ञापन ये कहेगा कि
चॉकलेट किसी प्यारे दोस्त को
दिया जाने वाला प्यार का उपहार है
या कि डिप्रेशन दूर करने वाली
असरकारक दवा ....
"एक मुकम्मल तस्वीर बनाने की चाहत में ..... झरते हैं कुछ रंग ....घुलती हैं कुछ भावनाएं ..सिमट जाते हैं कुछ स्वप्न ...यही है ..मन के कैनवस पर तूलिका के शब्द-रंग "
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कुछ चित्र ये भी
-
रोपा था हथेली पर एक बीज... सोचा था ...हाथ की लकीरों में उगेगी एक लकीर प्यार की बढ़ते बढ़ते पहुँच जाएगी तुम्हारे हाथों तक .. एक साल ऐसा...
-
कितने ही ख्वाबों को यादों की जिल्द लगा पलकों की कोरों पर करीने से सहेजा है ... जैसे अलमारी में किताबें सजाता है कोई . कितने ही ख्व...
-
वो उदासियों के तमाम रास्ते तय कर खुशियों की दहलीज़ पर चुप्पियाँ लिए बैठा था इस बात से अनभिज्ञ कि खिलखिलाहटों की कुंजियाँ उसके शब्द थे ...
-
कुछ यादें कुछ सपने अपने थाती हैं जीवन की बक्से में कुछ तस्वीरें और पाती है प्रियतम की . आँखों भर आकाश खुल...
-
लड़की कस के पकड़ लेती उँगलियों में अपना ब्रश सारे गहरे रंग समेट .. ब्रश की नोक पर लगा लेत...
-
उसके पांवों के नीचे सख्त रास्ता नहीं था उसकी जगह ले चुकी थी एक तीव्र प्रवाहमयी नदी ... धारा के विपरीत तैरने और शिखर तक पहुँच...
-
स्त्रियाँ कब तय करती हैं रचनाओं का अनंत विस्तार? कब उतरती हैं .. काव्य की अतल गहराई में? और कब सिरजती हैं साहित्य के दुर्लभ पृष्ठ ? ज...
-
कुछ आधी अधूरी बातें याद के बटुए की चोर जेब में छिपा लीं .. छोटे छोटे रुक्के जो यहाँ वहाँ पड़े थे आँचल की गिरह से बाँध लिए .. ...
-
एक मील का पत्थर है कहता कुछ नहीं दिखाता रहता है सिर्फ़ दूरियाँ... एक पत्थर है संगेमरमर ताजमहल में जड़ा महान प्रेम के बेजान सुबूत सा ...
-
आज फिर मेरी खामोशियाँ.. तुम्हें छूकर खामोश ही लौट आयी हैं. कितने सवाल कर चुकी हूँ ... कितने उलाहने दे चुकी हूँ ......
यह पढकर कुछ ऐसा लगा तूलिका कि तुम शब्दों से रेखाएं उकेर रही हो...और धीरे धीरे ..चित्र पूरा हो रहा है.आँखों के आगे दृश्य सजीव हो गया हो....लगने लगा कि सबसे परिचय है,मेरा .
जवाब देंहटाएंऔर हाँ...दर्द की उंगली थाम कर अगर दो में से एक ...निराशा की सीढियां उतरेगा तो दूसरे का काम ही यही है..प्यार से,मनुहार से....डांट से...गुस्से से..किसी भी तरह उसे खींच लाये,वापस.
छींकने के साथ जुबां पर God Bless You का आना ....दुआ है कि ठीक रहो..स्वस्थ रहो हमेशा .
होंठों से ...अश्कों का खारापन पी लेना इतनी बड़ी बात नहीं है जितनी यह कि दोस्त की आँखों से आंसू बहे ही क्यूँ ..उस कारण को जानना और उसे आगे न होने देना या दूर करने का प्रयास करना .हाँ...पर इससे सहमत हूँ कि दर्द पर यह फाहे....बहुत अच्छे लगते हैं.......
काश...चोकलेट की तरह ...ज़िंदगी भर मिठास का वादा किया जा सकता....उसे गिफ्ट किया जा सकता तो मेरे ख्याल से हर चाहने वाला ...अपने हिस्से आसुओं का खारापन रख कर....अगले को चोकलेट की मिठास ...जीवन भर के लिए.......तोहफे में दे देता
सबका डिप्रेशन यूँ ही दूर हो जाए...वैसे वैज्ञानिक तथ्य है कि चोकलेट में वो तत्त्व हैं जिनसे अवसाद दूर भागता है
यह पढकर कुछ ऐसा लगा तूलिका कि तुम शब्दों से रेखाएं उकेर रही हो...और धीरे धीरे ..चित्र पूरा हो रहा है.आँखों के आगे दृश्य सजीव हो गया हो....लगने लगा कि सबसे परिचय है,मेरा .
जवाब देंहटाएंऔर हाँ...दर्द की उंगली थाम कर अगर दो में से एक ...निराशा की सीढियां उतरेगा तो दूसरे का काम ही यही है..प्यार से,मनुहार से....डांट से...गुस्से से..किसी भी तरह उसे खींच लाये,वापस.
छींकने के साथ जुबां पर God Bless You का आना ....दुआ है कि ठीक रहो..स्वस्थ रहो हमेशा .
होंठों से ...अश्कों का खारापन पी लेना इतनी बड़ी बात नहीं है जितनी यह कि दोस्त की आँखों से आंसू बहे ही क्यूँ ..उस कारण को जानना और उसे आगे न होने देना या दूर करने का प्रयास करना .हाँ...पर इससे सहमत हूँ कि दर्द पर यह फाहे....बहुत अच्छे लगते हैं.......
काश...चोकलेट की तरह ...ज़िंदगी भर मिठास का वादा किया जा सकता....उसे गिफ्ट किया जा सकता तो मेरे ख्याल से हर चाहने वाला ...अपने हिस्से आसुओं का खारापन रख कर....अगले को चोकलेट की मिठास ...जीवन भर के लिए.......तोहफे में दे देता
सबका डिप्रेशन यूँ ही दूर हो जाए...वैसे वैज्ञानिक तथ्य है कि चोकलेट में वो तत्त्व हैं जिनसे अवसाद दूर भागता है
वाह तुलिकाजी ...जवाब नहीं आपका .....एक बेहद ही संवेदनहीन सच (विज्ञापन) को कितनी संवेदना के साथ प्रस्तुत किया आपने
जवाब देंहटाएं